हम जिस स्थान पर निवास करते है वहां दो तरह की उर्जा कार्य करती है जिसे हम पॉजिटिव उर्जा और नेगेटिव उर्जा के नाम से जाना जाता है, यदि सकारात्मक या पॉजिटिव ऊर्जा की मात्रा अधिक हो तो उस स्थान पर सुख शांति, समृधि, धन की बढ़ोतरी और आपसी प्रेम का निवास होता है लेकिन इसके ठीक बिपरीत यदि नकारात्मक या नेगेटिव उर्जा की मात्रा अधिक हो जाती है तो उस घर में बीमारिया, आपसी कलह, सुख शांति का आभाव, बंश की वृद्धि में रुकावट, वैवाहिक जीवन में तनाव, धन हानी, व्यापार में नुकशान और दुश्मनी दिन दूना रात चौगुना बढ़ने लगता है यही वास्तु दोष है अब आप समझ चुके होंगे की वास्तु दोष कितना नुकसानदायक है
वास्तु दोष उसी समय उत्पन्न हो जाता है जब मकान का निर्माण होता है, यदि सही वास्तु का ख्याल नहीं रखा गया तो यह आगे चल कर परेशानी का कारण बनता है, जब हमें इस दोष का पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और सबके लिए यह संभव नहीं है कि मकान तोड़ कर दुबारा निर्माण कराया जाय
अब प्रश्न उठता है कि इसका उपाय क्या है? तो हमें सबसे पहले वास्तु दोष का पता लगाना चाहिए यह जानकारी वास्तु एक्सपर्ट के द्वारा जाना जा सकता है और उस दोष के अनुशार ही वास्तु समाधान की व्यवस्था करनी चाहिए इससे दो फायदे होंगे पहला मकान तोड़कर दुबारा बनाने का खर्च से बच जायेंगे और दुसरा वास्तु दोष निवारण कम खर्च में हो जायेगा साथ ही परिवार में दुबारा सुख शांति वापस आ जायेगा
अतः मेरा यह सुझाव है कि यदि आप इस तरह की परेशानियों से जूझ रहे है तो एक बार आपको वास्तु जरुर दिखवाना चाहिए जिसका खर्च लगभग 3 हजार रूपये और आने जाने का खर्च आता है, आप घर बैठे ही वास्तु विजिट का समय बुक कर सकते है | यदि आप किसी तरह का परामर्श लेना चाहते है तो आप अपने घर बैठे ही ऑनलाइन समय बुक कर कही से भी बात कर सकते है, प्रति 5 मिनट परामर्श शुल्क 1500 रूपये लगते है